Best of Jyotiba Phule Quotes in hindi! ज्योतिबा फुले के अनमोल विचार

Jyotiba Phule Quotes in hindi-:

Jyotiba Phule Quotes in hindi-: इस आर्टिकल में हम आपके लिए महात्मा ज्योतिबा फुले के अनमोल विचारों का संग्रह लेकर आए हैं। ज्योतिबा फुले  एक महान समाज सुधारक, लेखक, क्रांतिकारी, दार्शनिक और समाजसेवी थे, उन्होंने समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे छुआछूत, नारी-शिक्षा, विधवा विवाह को समाप्त करने के लिए पूरा जीवन संघर्ष किये। सितम्बर 1873 में आपने महाराष्ट्र में “सत्य शोधक समाज” नामक संस्था का गठन किया। महिलाओ और दलितों के उत्थान के लिए उन्होंने अनेक महत्वपूर्ण कार्य किये।

Mahatma Jyotiba Phule Quotes in Hindi

शिक्षा स्त्री और पुरुष की प्राथमिक आवश्यकता है।

ज्योतिबा फुले के शैक्षिक विचार

शिक्षा के बिना समझदारी खो गई, समझदारी के बिना नैतिकता खो गई , नैतिकता के बिना विकास खो गया, धन के बिना शूद्र बर्बाद हो गया, शिक्षा महत्वपूर्ण है।

ज्योतिबा फुले के शैक्षिक विचार

आपको लगता है भगवान और भक्तों के बीच किसी के मध्यस्था की आवश्यकता है।

ज्योतिबा फुले के सामाजिक विचार

जिंदगी की गाड़ी अकेले दो पहियों पर नही चलती, इसे गति सिर्फ तभी मिलती है जब मजबूत कड़ियां जुडती है।

ज्योतिबा फुले के सामाजिक विचार

ज्योतिबा फुले के शैक्षिक विचार

मंदिरों में स्थित देवगण ब्राह्मण पुरोहितों का ढकोसला है।

ज्योतिबा फुले के सामाजिक विचार
के शैक्षिक विचार
Jyotiba Phule Quotes in hindi

ब्राह्मणों ने दलितों के साथ जो किया जो कोई कोई मामूली अन्याय नहीं है। उसके लिए उन्हें ईश्वर को जवाब देना होगा।

ज्योतिबा फुले के राजनैतिक विचार
ज्योतिबा फुले के सामाजिक विचार

आर्थिक विषमता के कारण किसानों का जीवन स्तर अस्त व्यस्त हो गया है।

ज्योतिबा फुले के राजनैतिक विचार

ब्राह्मण दावा करते है कि वो ब्रह्मा के मुख से पैदा हुए है, तो क्या ब्रह्मा के मुख में गर्भ ठहरा था ? क्या महावारी भी ब्रह्मा के मुख में आई थी ? और अगर जन्म दे दिया तो ब्रह्मा ने शिशु को स्तनपान कैसे कराया।

ज्योतिबा फुले के राजनैतिक विचार

ज्योतिबा फुले के सामाजिक विचार

दो टुकड़ों में तोड़ने के लिए एक वार ही काफी है, ये परस्पर जुड़ाव ही है, जिसके लिए किसी को भारी कीमत चुकानी पड़ती है।

ज्योतिबा फुले के सामाजिक विचार

हर दिन नए विचार आते है लेकिन असली संघर्ष उन्हें साकार करना है।

ज्योतिबा फुले के सामाजिक विचार

अच्छा काम करने के लिए गलत उपयों का सहारा नहीं लेना चाहिए।

ज्योतिबा फुले के सामाजिक विचार
ज्योतिबा फुले के सामाजिक विचार

सच्ची शिक्षा दूसरों को सशक्त बनाने और दुनिया को उस दुनिया से थोड़ा बेहतर छोड़ने का प्रतीक है जो हमने पाया।

ज्योतिबा फुले के शैक्षिक विचार

धर्म वह है जो समाज के हित में, समाज के कल्याण के लिए है, जो धर्म समाज के हित में नही है, वह धर्म नही है।

ज्योतिबा फुले के राजनैतिक विचार

ज्योतिबा फुले के राजनैतिक विचार

बाल काटना नाई का धर्म नहीं, धंधा है। चमड़े की सिलाई करना मोची का धर्म नहीं, धंधा है। इसी प्रकार पूजा -पाठ करना ब्राह्मण का धर्म नहीं, धंधा है।

ज्योतिबा फुले के सामाजिक विचार

आपके संघर्ष में शामिल होने वालों से उनकी जाति मत पूछिए।

ज्योतिबा फुले के सामाजिक विचार
ज्योतिबा फुले के राजनैतिक विचार
Jyotiba Phule Quotes in hindi

अनपढ़ , अशिक्षित जनता को फंसाकर वे अपना उल्लू सीधा करना चाहते हैं और यह वे प्राचीन काल से कर रहें हैं . इसलिए आपको शिक्षा से वंचित रखा जाता है।

ज्योतिबा फुले के शैक्षिक विचार
ज्योतिबा फुले के राजनैतिक विचार
Jyotiba Phule Quotes in hindi

Jyotiba Phule Status in Hindi

भारत में राष्ट्रीयता की भावना का विकास तब तक संभव नहीं है , जब तक खान – पीन एव वैवाहिक संबंधों पर जातीय भेदभाव बने रहेंगे।

महात्मा ज्योतिबा फुले के अनमोल विचार
Jyotiba Phule Status in Hindi
Jyotiba Phule Quotes in hindi

स्वार्थ अलग अलग रुप धारण करता है . कभी जाती का , तो कभी धर्म का।

ज्योतिबा फुले के सामाजिक विचार

संसार का निर्माणकर्ता एक पत्थर विशेष या स्थान विशेष तक ही सीमित कैसे हो सकता है। 

महात्मा ज्योतिबा फुले के अनमोल विचार
Jyotiba Phule Status in Hindi
Jyotiba Phule Quotes in hindi

अगर कोई किसी प्रकार का सहयोग करता है , तो उससे मुंह मत मोड़िए।

ज्योतिबा फुले के सामाजिक विचार

ईश्वर एक है और वही सबका कर्ताधर्ता है।

महात्मा ज्योतिबा फुले के अनमोल विचार

Jyotiba Phule Quotes in hindi से संबंधित FQA’s

Q. महात्मा ज्योतिबा फुले के मुख्य विचार क्या थे?
Ans-: महात्मा फुले भारतीय समाज में प्रचलित जाति पर आधारित विभाजन और भेदभाव के विरुद्ध थे।इनका मूल उद्देश्य स्त्रियों को शिक्षा का अधिकार प्रदान करना, बाल विवाह का विरोध, विधवा विवाह का समर्थन करना रहा है।

Q. ज्योतिबा कौन सी जाति है?
Ans-: ज्योतिराव के परिवार का मूल नाम “गोरहे” था और वे “माली” जाति से थे।

Q. भारत में लड़कियों के लिए पहला स्कूल किसने खोला था?
Ans-: भारत में लड़कियों के लिए पहला स्कूल किसने खोला था?1 जनवरी 1848 को, महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले ने पुणे के भिडे वाडा में भारत का पहला लड़कियों का स्कूल शुरू किया। 1848 में सावित्रीबाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षिका बनीं और अपने पति ज्योतिबा फुले के साथ लड़कियों का स्कूल खोला।

Q. ज्योतिबा को महात्मा की उपाधि किसने दी थी?
Ans-: ज्योतिराव फुले को महात्मा की उपाधि समाज सुधारक विट्ठलराव कृष्णाजी वंदेकर ने दी थी।

Q. विश्व में सबसे पहले स्कूल कहाँ बना था?
Ans-: तक्षशिला विश्वविद्यालय वर्तमान पाकिस्तान के रावलपिडी से 18 मील उत्तर की ओर स्थित था।